शाबाश - महासमुंद पुलिस लोहानी बिल्डिंग में सुनियोजित तरीके से दफन लाश के सभी आरोपी अब सड़ेंगे जेल में..!!
आकर्षण से जन्मे प्रेम का अंजाम किसी न किसी को अपनी जान देकर चुकानी पड़ती है।
रिपोर्टर मयंक गुप्ता
महासमुंद। अक्सर हम टीवी चैनल में सावधान इंडिया , क्राइम पेट्रोल जैसी सीरियल देखकर सीख लेते है कि, गलत तरीके से जन्मे रिश्ते का अंजाम बड़ा भयानक व भयावह होता है।
विगत दिनों महासमुन्द हड़कंप मचाने वाला मामला आया जिले के पूर्व विधायक गली लोहानी बिल्डिंग के कमरे में दफन लाश की गुत्थी पुलिस ने सुलझा लिया है। हत्यारा कोई और नहीं बल्कि मृतक यपेश चंद्राकर की पत्नी देविका चन्द्राकर व आशिक मुकुंद त्रिपाठी ने अवैध संबंध के चलते साथ मिलकर हत्या की थी। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लाश को दफनाने में मदद करने वाली मृतक के सास की तलाश कर रही है।
कोतवाली थाना में आवेदिका देविका चन्द्राकर ने 14 दिसंबर 2023 को थाना आकर सूचना दी कि उसका पति 8 दिसंबर से लापता है। पुलिस ने गुम इंसान कायम कर जांच शुरू की। पुलिस को 6 माह बाद जानकारी हुई कि आवेदिका का अपने पड़ोसी से अक्सर मोबाइल पर बातचीत होता था। पुलिस ने जब आवेदिका के मोबाइल का काल डिटेल निकाला तो कहानी प्रेस प्रसंग की ओर इशारा कर रहा था।
पुलिस ने आवेदिका के पड़ोसी ज्योतिषी मुकुंद त्रिपाठी को थाना बुलाकर पूछताछ की तो मुकुंद ने पहले तो घुमाने का प्रयास किया। पुलिस ने जब कड़ाई से पूछताछ किया तो मुकुंद टूट गया और पूरी कहानी बता दिया। पुलिस ने प्रेसवार्ता में बताया कि आवेदिका देविका के पति ( मृतक ) यूपेश को दोनों के प्रेम संबंध की जानकारी लग गयी थी और इसी बात को लेकर दोनों पति- पत्नी में अक्सर झगड़ा हुआ करता था । चूंकि आवेदिका का पति शराब का आदि था इसलिए रोजाना विवाद हुआ करता था।
घटना दिनांक 8 दिसंबर को दोपहर आवेदिका का पति यूपेश चन्द्राकर शराब पीकर आया और अपनी पत्नी से उसी बात को लेकर झगड़ा करने लगा। विवाद बढ़ने पर मृतक यूपेश ने डंड़ा लेकर अपनी पत्नी (आवेदिका ) देविका को मारना चाहा। तब तक उसका पडोसी व देविका का आशिक मुकुंद भी वहाँ आ गया।
देविका ने अपने पति से डंडा छीनकर अपने पति के सिर पर दे मारा। उसके बाद आशिक पड़ोसी मुकुंद ने यूपेश को धक्का दे दिया, जिससे यूपेश जमीन पर गिर गया और तत्काल उसकी मौत हो गयी।
प्लानिंग पश्चात कार्य को अंजाम दिया गया।
उसके बाद देविका व उसकी मां अंजनी चन्द्राकर व मुकुंद ने मृतक यूपेश को प्लास्टिक के बोरी में बांधकर मुकुंद के कमरे में रख दिया । घटना के दो दिन बाद देविका व प्रेमी मुकुंद ने एक बाक्स में भरकर उसे मुकुंद के आफिस लोहानी बिल्डिंग ले गये । जहां एक कमरे में 5 फुट गहरा गड्ढा खोदकर दफना दिया । पुलिस ने मुकुंद की निशान देही पर उसके आफिस से यूपेश की बाडी रिकवर कर हत्या में प्रयुक्त डंड़ा, फावड़ा आदि जब्त कर धारा 201, 302, 34 के तहत मामला दर्ज कर आवेदिका देविका, प्रेमी मुकुंद को गिरफ्तार कर लिया है और लाश को ठिकाने लगाने में मदद करने वाली मृतक की सास अंजनी चन्द्राकर की तलाश कर रही है।