अपराध

रायपुर में शिवमहापुराण कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के कार्यक्रम का आज अंतिम दिन....! किया बड़ा कांठ दोषी कौन...?

 

पीड़िता आरती राजपूत ने अम्लेश्वर थाने दर्ज कराई शिकायत कहा इनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही होनी चाइए।

रिपोर्टर मयंक गुप्ता
रायपुर / छत्तीसगढ़ कहते है आप साल के 365 दिनों में 364 दिन अच्छे कार्य करते है और एक दिन आप कुछ के साथ गलत करते है तो आपके एक दिन की गलतियों का हरजाना 364 दिनों के अच्छे कार्यों की गिनती नहीं गिनी जाती है। ऐसे ही हिन्दुत्व के प्रति लोगों में भगवान शिव की महिमा का बखान व पूजा अर्चना हेतु प्रचार प्रसार करने वाले

मध्यप्रदेश के सीहोर आश्रम के प्रसिद्ध शिवपुराण कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा का कार्यक्रम 27 मई से 2 जून तक
आयोजित कथा का आज समापन दिवस है।
स्थानीय महादेव घाट से लगभग चार किलोमीटर की दूरी पर अमलेश्वर के समीप 55 एकड़ क्षेत्र में शिवपुराण कथा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम पूर्व अनुमान लगाया गया था कि, इस कथा वाचन कार्यक्रम में चार लाख से अधिक श्रद्धालु कथा सुनने पहुंचेंगे।
श्रद्धालुओं के बैठने के लिए दो लाख वर्गफीट क्षेत्र में तीन भव्य डोम का निर्माण किया गया था । एक डोम में एक लाख श्रद्धालु बैठ सकेंगे। ऐसी व्यवस्था बनाई गई थी । वीवीआइपी पर्सन के लिए दो हजार सोफा, पांच हजार कुर्सियों की व्यवस्था भी की गई थी । कथा स्थल के समीप ही पार्किंग की व्यवस्था की गई थी। जो की नौतपा की गर्मी में श्रद्धालुओं को ज्यादा पैदल ना चलना पड़े। कथा स्थल पर 100 से ज्यादा सीसीटीवी से निगरानी की जाएगी। पंडाल के आसपास ठंडकता के लिए फव्वारे भी लगाए जा रहे हैं।
शिवमहापुराण कथा के मुख्य आयोजक विशाल खंडेलवाल, पवन खंडेलवाल के अनुसार छत्तीसगढ़ के अलावा मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा से भी हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे। बाहर से आने वालों के लिए पंडाल में ही सोने की व्यवस्था की गई थी । साथ ही प्रतिदिन 50 हजार श्रद्धालुओं के लिए भोजन की भी व्यवस्था रखी गई थी।

*इतनी व्यवस्थाओं के बा वजूद एक श्रद्धालु परिवार के साथ मारपीट क्यों..?*

रायपुर के महादेव घाट से चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम अम्लेश्वर जो कि,जिला दुर्ग विकासखंड पाटन अंतर्गत आता है। अम्लेश्वर निवासी श्रीमती आरती राजपूत ने थाना अम्लेश्वर में लिखित शिकायत पत्र दिए हुए है।

शिकायत पत्र में उन्होंने स्पष्ट किया है कि,विगत 01 जून 24 को पंडित प्रदीप मिश्रा के आयोजित कार्यक्रम में स्थल में श्रीमती आरती राजपूत पति कुलेश्वर राजपूत अपने दो बच्चों के साथ पहुंचे थे। उन्होंने पूर्व में भी प्रदीप मिश्रा से मिलने हेतु विगत दिनांक 28.05.24 को दोपहर 2 बजे कार्यक्रम आयोजक विवेक खंडेलवाल से मुलाकात किए। मुलाकात में उन्होंने पीड़ित परिवार को मोबाइल नंबर 9827946425 दिए। मोबाइल में बात करने पर बोले आप वंदना खंडेलवाल दीदी से मिल लो बोले,वंदना खंडेलवाल बोली मैं नहीं मिलवाऊंगी। ठीक उसी वक्त बसंत अग्रवाल वहा पर पहुंचे उन्होंने कहा महाराज किसी से नहीं मिलेंगे।
पीड़ित परिवार द्वारा बच्ची की हट के चलते निवेदन किया गया। हमको नही तो केवल हमारी बच्ची को महाराज से मिलवा के ला दो।
लेकिन बसंत अग्रवाल इतने में उत्तेजित हो उठे और सुरक्षाकर्मियों को आवाज दिए जिसमे पंडित प्रदीप मिश्रा के दो बॉडीगार्ड दौड़कर आए और आते ही श्रीमती आरती राजपूत को दो थप्पड़ मारे उतने में दो महिला कर्मी भी पहुंचे और बाल खींच खींच कर मारे मेरे पति कुलेश्वर राजपूत के विरोध करने पर उनको भी मारे और कार्यक्रम स्थल के बाहर निकाल दिए।
घटना पश्चात 112 हेल्पलाइन नंबर में डायल करने पर पहुंचे 112 के कर्मियों द्वारा भी कुछ एक्शन नहीं लिया गया। कुछ देर बाद पुलिस की एक और गाड़ी वहा पर आई जिसमे 3 पुलिसकर्मी पुरुष व 2 महिलाकर्मी पुलिस थे। उन्होंने हमे ही धमकाने लगे यहां पर गुंडागर्दी क्यों कर रहे हो। उन्होंने भी हमे वहा से भगाने लगे। थोड़ी देर बाद लग-भग 10 – 12 पुलिसकर्मी और आ गए। वे लोग भी हम लोगों से ऐसी बदतमीजी करने और कहने लगे यहां से भागो नही तो हम लोग भगाएंगे तो भाग भी नही पाओगे ऐसा कहने लगे।
सुरक्षाकर्मियों की मार से मेरी दाहिने हाथ ,कान व आंख में अंदरूनी चोटे आने के कारण मैं बेहोश हो गई थी। होश आने पर मैं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झीट में थी।
मीडिया कर्मियो से मुखातिब होते हुए। राजपूत परिवार ने पंडित प्रदीप मिश्रा के सुरक्षाकर्मी एवम बसंत अग्रवाल आयोजक के विरुद्ध उचित कार्यवाही की करने गुहार लगाई है।

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