महतारी वंदन योजना का फर्जी रूप से लाभ लेने वाले खुद सामने आये वर्ना होगी बड़ी कार्यवाही - समीर पांडेय



अंतिम चेतावनी 25 जनवरी तक अपात्र होते हुये पात्रता का लाभ लेने वालों सावधान
रिपोर्टर मयंक गुप्ता
महासमुंद / महासमुंद ब्लॉक में महतारी वंदन योजना में फर्जी तरीके से फॉर्म भर कर लाभ ले रहे ग्राम पंचायत सचिव और उनकी शिक्षा कर्मी पत्नी के फर्जीवाडा को बेबाक बयान न्यूज ने फर्जी को उजागर करते हुए जिला कलेक्टर और महिला बाल विकास विभाग के संज्ञान में लाया था। जिस पर जिला कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने तत्काल महिला बाल विकास विभाग को आदेश जारी कर अपात्र लोगों को चिन्हांकित कर नाम काटने का आदेश जारी कर दिया है। वहीं बेबाक बयान न्यूज के समाचार पर हुई कार्रवाई से भयभीत अपात्र हितग्राहियों ने स्वयं से आंगनबाड़ी केंद्र और महिला बाल विकास केंद्र पहुंचकर महतारी वंदन योजना से प्राप्त राशि जमा कराकर योजना से नाम हटाने का आवेदन कर रहें हैं।
गौरतलब है कि, महासमुंद महिला बाल विकास विभाग के जिला अधिकारी समीर पांडे ने बेबाक बयान न्यूज को जानकारी देते हुए कहा है कि, सरकार की योजना को सरकार के मंशानुरूप मूर्त रूप देने के लिए महिला बाल विकास विभाग ने काम किया था। मानविक स्वभाव है कि, इस दौरान बहुत से चूक हुई होगी। उस भूल को सुधारने के लिए पूरे जिले के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को आदेश जारी कर दिया गया है कि 25 जनवरी तक सभी अपात्र हितग्राहियों की सूची तैयार कर अपने अपने सुपर वाइजर और संबंधित अधिकारियों को सूचित कर सभी अपात्र खातों को होल्ड किया जाए और महिला बाल विकास विभाग द्वारा जारी खाते में प्राप्त योजना की राशि जमा कराने की कार्रवाई तत्काल पूरी की जाए।
महिला बाल विकास विभाग महासमुंद के जिला अधिकारी ने यह अपील भी की है कि, जो नियमों की जानकारी के अभाव में या किसी अन्य कारणवश महतारी वंदन योजना का लाभ ले रहे है जो पात्र नहीं है वह भी स्वयं से सामने आए और अपना नाम योजना से कटवा कर राज्यहित में सहभागी बने और एक अच्छा और जागरूक नागरिक होने का दर्ज अदा करें।
जानकारी अनुसार बस्तर जिले में योजना के नाम पर की गई गड़बड़ी के बाद अब प्रशासन और महिला बाल विकास विभाग सख्त हो गया है। जगदलपुर जिले में महतारी वंदन योजना के कई खातों को होल्ड कर दिया गया है। जगदलपुर में खातों की जांच में विभाग को एक हजार खातों में गड़बड़ी मिली है। जिसके बाद इन खातों को होल्ड कर दिया गया है। इसके साथ ही मृतकों के खातों को बंद करने को भी कहा गया है।
जगदलपुर में जिन 1 हजार 31 एकाउंट को होल्ड किया गया है, उनकी जांच पूरी होने के बाद ही खातों में पैसे भेजे जाएंगे। जानकारी के अनुसार अभी तक जिलों में करीब 30 फीसदी खातों की जांच की गई है। महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने बताया कि योजना शुरू होने से अब तक 1031 ऐसे हितग्राही हैं जिनका भुगतान रोका गया है। अधिकारियों के अनुसार, हितग्राहियों के आधार कार्ड, पासबुक के साथ ही अन्य दस्तावेजों में गड़बड़ी मिली है। कुछ हितग्राहियों के ई-केवाईसी नहीं होने की जानकारी भी सामने आई है।

